सोशल मीडिया पर ट्रोल्स का शिकार हुई प्रेग्नेंट महिला: ‘बच्चों का शोषण करने’ तक के आरोप लगे
शादी और प्रेग्नेंसी जैसी खुशियों से भरी खबरें आमतौर पर परिवार, दोस्तों और सोशल मीडिया पर सभी के लिए खुशी और बधाई का मौका होती हैं। लेकिन यूनाइटेड किंगडम की लॉरेन इवेंस के साथ बिल्कुल उल्टा हुआ। उनकी प्रेग्नेंसी अनाउंसमेंट ने उन्हें खुशी के बजाय ऑनलाइन नफरत और गालियों का सामना करने पर मजबूर कर दिया।
शादी और प्रेग्नेंसी अनाउंसमेंट बनी विवाद की वजह
31 साल की लॉरेन इवेंस ने हाल ही में अपनी शादी और प्रेग्नेंसी का खुलासा करते हुए सोशल मीडिया पर एक तस्वीर पोस्ट की। तस्वीर में लॉरेन अपनी पार्टनर हनाह काये के साथ नज़र आ रही थीं। कपल ने सितंबर में शादी की थी और अक्टूबर में अपनी प्रेग्नेंसी की घोषणा की।
हालांकि, जैसे ही यह तस्वीर सोशल मीडिया पर सामने आई, ट्रोल्स ने इसे निशाना बना लिया। अधिकांश लोगों ने यह मान लिया कि लॉरेन ने किसी नाबालिग से शादी की है और अब वह उसी बच्चे के बच्चे की मां बनने वाली हैं।
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’10 साल के बच्चे से शादी’ का भ्रम
दरअसल, ट्रोलिंग की वजह हनाह काये की युवा दिखने वाली उपस्थिति थी। 29 साल की हनाह दिखने में इतनी छोटी लगती हैं कि कई लोगों को लगा कि उनकी उम्र 10-12 साल है। उनकी छोटी कद-काठी, चेहरे की मासूमियत और लड़कों की तरह का पहनावा देखकर लोग उन्हें एक टीनएज लड़का समझ बैठे।
लॉरेन और हनाह ने इस गलतफहमी को दूर करते हुए बताया कि वे समलैंगिक कपल हैं और उनकी शादी पूरी तरह कानूनी है। हनाह की उम्र 29 साल है, लेकिन उनकी युवा उपस्थिति ने लोगों को भ्रमित कर दिया।
सोशल मीडिया पर नफरत और आरोप
लॉरेन और हनाह को सिर्फ ट्रोलिंग का सामना नहीं करना पड़ा, बल्कि उन्हें गंभीर आरोपों का भी सामना करना पड़ा। कुछ लोगों ने तो यहां तक कह दिया कि लॉरेन ‘बच्चों का शोषण’ कर रही हैं।
हालांकि, कपल ने स्पष्ट किया कि उनकी शादी और प्रेग्नेंसी दोनों ही एक खुशहाल और कानूनी रिश्ते का हिस्सा हैं। उन्होंने नफरत और आरोपों के बावजूद अपनी जिंदगी का यह खास पल सोशल मीडिया पर शेयर करने का साहस दिखाया।
आईवीएफ से मां बनने की कहानी
लॉरेन और हनाह का परिवार बनने का सफर भी बेहद खास है। उन्होंने आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) के जरिए प्रेग्नेंसी कंसीव की है। इसके लिए उन्होंने साइप्रस में एक मेडिकल प्रक्रिया अपनाई, जिसमें डोनर स्पर्म और हनाह के एग्स का इस्तेमाल किया गया। लॉरेन ने बताया कि इस पूरी प्रक्रिया में लगभग 10 लाख रुपये का खर्च आया।
लॉरेन अपनी कोख में तीन बच्चों को पाल रही हैं और उनका परिवार जल्द ही बड़ा होने वाला है। यह उनके जीवन का एक बेहद खास समय है, जिसे उन्होंने नफरत के बावजूद सकारात्मक रूप से संभाला है।
हनाह की अलग पहचान और समाज की प्रतिक्रिया
हनाह की उपस्थिति और उनकी पसंद-नापसंद ने भी इस विवाद को हवा दी। उनके कपड़े और बालों का स्टाइल लड़कों जैसा है, जिससे उनकी उम्र और लिंग को लेकर भ्रम बढ़ता है। समाज में अक्सर ऐसी अलग पहचान रखने वाले लोगों को जज करने की प्रवृत्ति होती है, और यही लॉरेन और हनाह के मामले में भी हुआ।
समलैंगिक कपल्स को क्यों झेलनी पड़ती है नफरत?
यह घटना LGBTQ+ समुदाय के खिलाफ मौजूद पूर्वाग्रह को भी उजागर करती है। समलैंगिक कपल्स को अक्सर उनकी पहचान और जीवनशैली के लिए आलोचना का सामना करना पड़ता है। भले ही यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में समलैंगिक विवाह कानूनी और सामाजिक रूप से मान्य हैं, लेकिन समाज का एक वर्ग अभी भी इसे पूरी तरह से स्वीकार नहीं करता।
लॉरेन और हनाह के साथ हुई ट्रोलिंग से यह साफ है कि लोगों को किसी की उपस्थिति या उनके जीवन के फैसलों को जज करने से पहले तथ्यों को समझने की जरूरत है।
ट्रोल्स के खिलाफ कपल का जवाब
ट्रोलिंग और आलोचना के बावजूद, लॉरेन और हनाह ने सकारात्मक बने रहने का फैसला किया है। उन्होंने कहा, “हम एक खुशहाल और कानूनी तौर पर विवाहित कपल हैं। हम अपने परिवार को बढ़ाने के इस खूबसूरत सफर का आनंद ले रहे हैं और यह हमारी निजी जिंदगी है।”
कपल ने अपने ट्रोल्स और आलोचकों को यह संदेश दिया कि वे नफरत और भ्रम की बजाय समझदारी और प्यार से सोचें।
सीखने की जरूरत
इस घटना से यह सीख मिलती है कि सोशल मीडिया पर दूसरों की निजी जिंदगी के बारे में टिप्पणी करने से पहले तथ्यों को समझना जरूरी है। बिना सोचे-समझे आरोप लगाने और नफरत फैलाने से सिर्फ दूसरों को चोट पहुंचती है।
लॉरेन और हनाह ने न केवल इन चुनौतियों का सामना किया, बल्कि यह भी साबित किया कि प्यार और अपने रिश्ते पर विश्वास सबसे बड़ी ताकत है। उनकी कहानी हर किसी को यह सिखाती है कि सच्चे रिश्ते समाज की नकारात्मकता से कहीं ऊपर होते हैं।