शादी के लिए मंडी! यहां दूल्हा-दुल्हन खरीदने आते हैं लोग, बायोडेटा बनते हैं रेट लिस्ट, जानें इस अजीबोगरीब परंपरा की कहानी
शादी का नाम सुनते ही हर माता-पिता के दिल में कई भावनाएं उमड़ने लगती हैं। खासतौर पर जब बात अपने बच्चों के रिश्ते की हो, तो माता-पिता अक्सर बेचैन हो जाते हैं। भारत में रिश्ते तय करने के लिए अक्सर घर के बुजुर्ग या जान-पहचान वाले लोग आगे आते हैं, और अब तो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स ने भी इस प्रक्रिया को आसान बना दिया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि चीन में इस काम के लिए बाकायदा शादी की मंडी लगती है, जहां लड़के-लड़कियों को शादी के लिए जैसे सामान की तरह पेश किया जाता है?
शंघाई का शादी बाजार: जहां रिश्ते तय होते हैं मंडी में
चीन के शंघाई शहर में हर हफ्ते एक ऐसा अनोखा बाजार सजता है, जिसे शंघाई मैरिज मार्केट के नाम से जाना जाता है। इस मंडी का मकसद बेहद खास और अजीब है—यहां माता-पिता अपने बच्चों के लिए जीवनसाथी की तलाश करने आते हैं। यह शादी की मंडी एक पार्क में लगती है, जहां सैकड़ों बायोडेटा टंगे हुए नजर आते हैं।
हाल ही में इंस्टाग्राम अकाउंट @fationatefoodbelly पर इस मंडी का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे इस अजीब परंपरा का पालन किया जाता है। वीडियो में नजर आ रहा है कि पार्क की दीवारों पर और यहां तक कि जमीन पर बायोडेटा सजा दिए गए हैं। माता-पिता उन बायोडेटा को ऐसे देख रहे हैं, जैसे सब्जी मंडी में सब्जी पसंद कर रहे हों।
बायोडेटा में क्या होता है?
इन बायोडेटा को रेट लिस्ट की तरह सजा दिया जाता है। हर बायोडेटा में लड़के या लड़की की पूरी डिटेल्स लिखी होती हैं। जैसे:
- उम्र: शादी के लिए सही उम्र बताई जाती है।
- पेशा: कौन क्या काम करता है, किस कंपनी में है, और कितनी सैलरी मिलती है।
- शारीरिक विवरण: लंबाई, वजन, और यहां तक कि रंग का भी जिक्र होता है।
- शौक: खाने-पीने की पसंद और अन्य रुचियां।
माता-पिता यहां अपने बच्चों के लिए सबसे उपयुक्त पार्टनर की तलाश में आते हैं। उन्हें यह देखकर तय करना होता है कि कौन सा बायोडेटा उनके बच्चे के लिए सबसे फिट है।
शादी की मंडी: एक परंपरा या दबाव?
चीन में शादी के लिए यह मंडी सजाने का चलन कोई नई बात नहीं है। यह परंपरा इस बात की ओर इशारा करती है कि चीन में शादी की संस्कृति कितनी अलग और अजीब हो सकती है। वहां के माता-पिता इस बात से चिंतित रहते हैं कि उनके बच्चे शादी के बिना अकेले न रह जाएं।
वास्तव में, शंघाई जैसे बड़े शहरों में यह दबाव और भी ज्यादा है। यहां की आधुनिक जीवनशैली में युवाओं का शादी में कम दिलचस्पी लेना माता-पिता के लिए चिंता का कारण बनता जा रहा है। इसी चिंता के चलते वे अपने बच्चों की शादी के लिए इस तरह के अनोखे तरीकों का सहारा लेते हैं।
बाजार की भीड़: जैसे शादी के लिए बोली लग रही हो
इस मंडी की तस्वीरों और वीडियो को देखकर यह समझा जा सकता है कि वहां कैसा माहौल होता है। माता-पिता बायोडेटा को बेहद ध्यान से पढ़ते हैं, जैसे कि किसी प्रतियोगिता में सही कैंडिडेट की तलाश हो रही हो। कई बार वे दूसरे माता-पिता से बातचीत भी करते हैं और बायोडेटा की तुलना करते हैं।
कुछ लोगों का यह भी कहना है कि यह मंडी शादी को एक डील की तरह पेश करती है, जहां भावनाओं की जगह केवल सुविधाएं और आर्थिक स्थिति देखी जाती है।
सोशल मीडिया पर वायरल: लोगों की प्रतिक्रियाएं
यह वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं।
- कुछ लोग इसे माता-पिता का अपने बच्चों के प्रति प्यार और जिम्मेदारी मानते हैं।
- वहीं, कई लोग इस परंपरा की आलोचना कर रहे हैं, इसे एक व्यक्तिगत आज़ादी पर हस्तक्षेप बता रहे हैं।
क्या भारत में भी हो सकता है ऐसा?
भारत में हालांकि ऐसा कोई बाजार नहीं है, लेकिन शादी के लिए यहां भी माता-पिता की सक्रियता किसी से छिपी नहीं है। भारत में रिश्ता तय करने वाली आंटियां और मैट्रिमोनियल साइट्स का इस्तेमाल काफी आम है।
आपकी क्या राय है?
क्या आपको लगता है कि शंघाई की यह शादी मंडी एक सही तरीका है, या यह परंपरा शादी को एक व्यापार जैसा बना देती है?
इस परंपरा के बारे में आप क्या सोचते हैं? अपनी राय हमें कमेंट में जरूर बताएं!