कंगना रनौत और जावेद अख्तर का विवाद अब सुलझेगा! कोर्ट ने दी बातचीत की मंजूरी, जानें क्या होगा अगले कदम
नई दिल्ली:
बॉलीवुड के दो बड़े नाम, कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है, लेकिन अब इस विवाद का हल एक नई दिशा में बढ़ता नजर आ रहा है। दोनों के बीच लंबे समय से चल रहे विवाद को कोर्ट ने मध्यस्थता के लिए हरी झंडी दे दी है। 21 जनवरी 2025 को दोनों के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होगी, जिससे उम्मीद जताई जा रही है कि इस विवाद का शांतिपूर्ण समाधान निकल सकेगा।
यह विवाद साल 2020 में कंगना रनौत द्वारा जावेद अख्तर पर लगाए गए आरोपों से शुरू हुआ था। कंगना ने एक टीवी इंटरव्यू में जावेद अख्तर के बारे में कुछ झूठे और अपमानजनक बयान दिए थे, जिसे लेकर अख्तर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था। यह मामला तब से अदालत में चलता आ रहा है और अब तक कोई ठोस समाधान नहीं निकल पाया था। लेकिन अब अदालत ने इस मामले को मध्यस्थता के माध्यम से सुलझाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
कंगना और जावेद के बीच बातचीत का रास्ता खोलने की उम्मीद
कोर्ट की ओर से दिए गए आदेश के बाद दोनों पक्षों के वकील अब इस मामले को आधिकारिक बातचीत के जरिए सुलझाने की कोशिश करेंगे। 21 जनवरी 2025 को होने वाली बैठक में दोनों पक्षों के वकील और संबंधित न्यायिक अधिकारी मौजूद रहेंगे। मध्यस्थता की प्रक्रिया का उद्देश्य यह है कि दोनों पक्ष आपस में बैठकर बिना अदालत की मदद के अपनी समझौता तक पहुँच सकें। यह मौलिक रूप से दोनों के बीच कानूनी लड़ाई को समाप्त करने का प्रयास होगा।
किस तरह बढ़ी यह विवाद की जड़ें?
जावेद अख्तर और कंगना रनौत के बीच यह विवाद उस समय शुरू हुआ था, जब कंगना ने 2020 में एक टीवी इंटरव्यू में जावेद अख्तर के बारे में गंभीर आरोप लगाए थे। कंगना ने आरोप लगाया था कि जावेद अख्तर ने उन्हें बॉलीवुड के सिस्टम का हिस्सा बनने के लिए दबाव डाला था। इसके अलावा, कंगना ने जावेद अख्तर के खिलाफ कुछ निजी और गंभीर बयान दिए थे, जिनसे उनका नाम और प्रतिष्ठा दांव पर आ गई।
जावेद अख्तर ने इन आरोपों को नकारते हुए कंगना पर मानहानि का केस दर्ज कर दिया था, और उन्होंने अदालत से कहा था कि कंगना ने जानबूझकर उनके बारे में झूठी और अपमानजनक बातें फैलाईं। इस केस के चलते कंगना को मुंबई पुलिस द्वारा समन भेजा गया था, लेकिन वह पेश नहीं हो सकी थीं, जिसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ जमानती वारंट जारी किया। इसके बाद कंगना ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी थी।
क्या अब सच में खत्म होगा विवाद?
मध्यस्थता की प्रक्रिया में दोनों पक्षों के वकील अपनी-अपनी दलीलें प्रस्तुत करेंगे, और दोनों के बीच एक समझौता करने की कोशिश की जाएगी। अगर दोनों पक्षों के बीच इस बैठक में कोई सकारात्मक नतीजा निकलता है, तो यह विवाद का अंत हो सकता है, जिससे फिल्म इंडस्ट्री और उनके फैंस को एक बड़ी राहत मिलेगी। लेकिन अगर बैठक में कोई समाधान नहीं निकलता, तो यह मामला फिर से अदालत में जा सकता है, और वहां पर ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
क्या कंगना और जावेद के बीच बातचीत से समझौता होगा?
वर्तमान में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कंगना रनौत और जावेद अख्तर इस विवाद को अपनी आपसी बातचीत से सुलझा पाते हैं। जहां एक ओर कंगना रनौत ने अपनी आवाज उठाते हुए बॉलीवुड के कई बड़े नामों को निशाने पर लिया है, वहीं जावेद अख्तर ने अपनी प्रतिष्ठा की रक्षा के लिए अदालत का रुख किया है। अब मध्यस्थता के इस नए कदम से दोनों के बीच की दूरियां कम हो सकती हैं, या फिर विवाद और बढ़ सकता है।
कंगना और जावेद की इस अदालती लड़ाई का अंत कैसे होगा?
यह तो वक्त ही बताएगा, लेकिन यह घटना निश्चित रूप से बॉलीवुड और न्याय प्रणाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ है।
जानिए आगे क्या होगा इस विवाद का अंजाम, क्या दोनों सितारे अपने मतभेदों को सुलझा पाएंगे?