दिल्ली में वायु गुणवत्ता में सुधार! GRAP-4 हटाकर GRAP-2 लागू: जानिए अब क्या है अनुमति और क्या रहेगा बैन
दिल्लीवासियों के लिए एक राहतभरी खबर सामने आई है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में लगातार बिगड़ती वायु गुणवत्ता के चलते लागू किए गए सख्त प्रतिबंधों में अब ढील दी गई है। वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (CAQM) ने दिल्ली और आसपास के इलाकों में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के चरण-4 के तहत लागू सभी कड़े प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से हटा दिए हैं। अब GRAP का चरण-2 लागू किया गया है, जो अपेक्षाकृत कम सख्त है लेकिन वायु गुणवत्ता में सुधार बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
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सुप्रीम कोर्ट की हरी झंडी और प्रदूषण में गिरावट
यह फैसला सुप्रीम कोर्ट के उस निर्देश के बाद आया है, जिसमें GRAP-4 को खत्म करने की अनुमति दी गई थी। दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से वायु गुणवत्ता में लगातार सुधार दर्ज किया गया है। 24 नवंबर के बाद से जहरीली हवा की स्थिति में सुधार हुआ, और अब दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 165 पर पहुंच गया है, जो ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।
हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी है कि प्रदूषण फिर से न बढ़े, इसके लिए GRAP-2 के तहत प्रतिबंध सख्ती से लागू किए जाने चाहिए।
अब क्या बदला? जानें GRAP-2 के तहत क्या है अनुमति और क्या रहेगा प्रतिबंधित
GRAP-2 के लागू होने से कुछ राहत मिली है, लेकिन प्रदूषण को नियंत्रण में रखने के लिए कई नियम अभी भी लागू हैं।
जो उपाय लागू रहेंगे:
सड़कों की सफाई और धूल पर नियंत्रण:
सड़कें मशीन से साफ की जाएंगी, और नियमित पानी का छिड़काव किया जाएगा। साथ ही, प्रदूषण हॉटस्पॉट पर खास ध्यान दिया जाएगा।एंटी-स्मॉग गन और पानी का छिड़काव:
निर्माण स्थलों पर धूल को नियंत्रित करने के लिए एंटी-स्मॉग गन और अन्य उपायों का इस्तेमाल जारी रहेगा।डीजल जनरेटर सेट पर प्रतिबंध:
आपातकालीन सेवाओं को छोड़कर डीजल जनरेटर का इस्तेमाल पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा।कोयले और लकड़ी का उपयोग प्रतिबंधित:
रेस्तरां और होटलों में तंदूर का उपयोग अभी भी बैन रहेगा। घरेलू और व्यावसायिक दोनों जगहों पर कोयले और लकड़ी के जलने पर रोक है।औद्योगिक और निर्माण गतिविधियों पर नजर:
जिन औद्योगिक इकाइयों और निर्माण स्थलों पर पहले से बंदी के आदेश हैं, उन्हें दोबारा शुरू करने की अनुमति नहीं होगी।
लोगों के लिए सुझाव:
- सार्वजनिक परिवहन का ज्यादा से ज्यादा उपयोग करें और निजी वाहन कम चलाएं।
- अपनी गाड़ियों के एयर फिल्टर को समय-समय पर बदलें।
- कम ट्रैफिक वाले रूट का इस्तेमाल करें, भले ही वह लंबा क्यों न हो।
क्या राहत मिली है?
GRAP-4 हटने से दिल्लीवासियों को सबसे बड़ी राहत निर्माण और औद्योगिक गतिविधियों के पूरी तरह बंद होने से मिली है। हालांकि, इसे फिर से शुरू करने के लिए भी नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
क्या हैं नए प्रतिबंधों के पीछे की वजह?
CAQM का मानना है कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता में सुधार को बरकरार रखने के लिए GRAP-2 के तहत ये कदम जरूरी हैं। सर्दियों के मौसम में प्रदूषण बढ़ने की संभावना रहती है, खासकर पटाखे, वाहनों और औद्योगिक प्रदूषण के कारण। ऐसे में प्रदूषण नियंत्रण उपायों को ढीला करना फिलहाल उचित नहीं है।
आगे की राह: क्या फिर से बढ़ेगा प्रदूषण?
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर आमतौर पर सर्दियों के मौसम में बढ़ता है। पराली जलाने, वाहनों से निकलने वाले धुएं और निर्माण कार्यों के कारण हालात गंभीर हो जाते हैं। हालांकि, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने साफ किया है कि अगर वायु गुणवत्ता फिर से ‘बहुत खराब’ या ‘गंभीर’ श्रेणी में जाती है, तो GRAP-4 को फिर से लागू किया जा सकता है।
दिल्ली में प्रदूषण नियंत्रण के तहत लागू GRAP-2 से लोगों को थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन चुनौतियां अभी बाकी हैं। सरकार और नागरिकों दोनों को मिलकर इस सुधार को बनाए रखना होगा। यह सिर्फ सरकारी नियमों की बात नहीं है, बल्कि हमारे दैनिक आदतों और जिम्मेदारियों का भी हिस्सा है।
दिल्ली की हवा को साफ रखना सिर्फ एक नियम नहीं, हमारी जिम्मेदारी है। तो, आप भी कदम उठाएं और स्वच्छ दिल्ली का हिस्सा बनें!