राहुल गांधी का बड़ा आरोप: ‘परभणी हिंसा में दलित युवक की हिरासत में हत्या, सरकार और आरएसएस जिम्मेदार!’
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार को महाराष्ट्र के परभणी में हुई हिंसा के पीड़ित सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार से मुलाकात की। यह मुलाकात उस वक्त हुई जब न्यायिक हिरासत में उनकी संदिग्ध मौत को लेकर विवाद गरमाया हुआ है। कांग्रेस नेता ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर तीखे आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह हत्या सिर्फ इसलिए हुई क्योंकि सोमनाथ दलित थे और संविधान की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे थे।
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एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, “कोई राजनीति नहीं हो रही है… लेकिन यह विचारधारा जिम्मेदार है। मुख्यमंत्री ने बयान दिया, इसलिए मुख्यमंत्री जिम्मेदार हैं। जिन्होंने उनकी हत्या की, वे जिम्मेदार हैं। जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।” उन्होंने दावा किया कि सोमनाथ सूर्यवंशी की मौत “100 प्रतिशत हिरासत में हत्या” है। राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात के बाद पोस्टमार्टम रिपोर्ट, वीडियो, और तस्वीरें देखने का दावा किया। उनके अनुसार, इन सबूतों से स्पष्ट है कि यह मामला पुलिस हिरासत में हुई बर्बरता का है।
हिंसा कैसे भड़की?
10 दिसंबर को परभणी के रेलवे स्टेशन के पास डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की प्रतिमा के पास संविधान की कांच से बनी प्रतिकृति को नुकसान पहुंचाने की घटना से पूरे इलाके में तनाव फैल गया। इसके बाद परभणी में हिंसा भड़क उठी। इसी हिंसा के सिलसिले में शंकर नगर निवासी सोमनाथ सूर्यवंशी को गिरफ्तार किया गया था। न्यायिक हिरासत में रहते हुए 15 दिसंबर को सोमनाथ ने सीने में दर्द की शिकायत की, जिसके बाद उनकी मौत हो गई।
मुख्यमंत्री फडणवीस का जवाब
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राहुल गांधी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि कांग्रेस नेता ने परभणी का दौरा “अपने राजनीतिक मकसद” से किया। उन्होंने कहा, “हमने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। सच्चाई जल्द सामने आएगी। यदि जांच में पाया गया कि सूर्यवंशी की मौत पिटाई के कारण हुई है, तो दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने राज्य विधानसभा में कहा कि जेल के सीसीटीवी फुटेज में सूर्यवंशी के खिलाफ हिंसा का कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने दावा किया कि राहुल गांधी ने विधानसभा में दिए गए बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया और झूठे आरोप लगाए।
कांग्रेस बनाम बीजेपी
राहुल गांधी ने मुख्यमंत्री फडणवीस पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा में पुलिस को “संदेश” देने के लिए गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा, “यह सिर्फ एक व्यक्ति की हत्या का मामला नहीं है, बल्कि यह संविधान और दलित अधिकारों पर हमला है।”
वहीं, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने राहुल गांधी के परभणी दौरे को “राजनीतिक नाटक” करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता को समाज के लाभ के लिए रचनात्मक तरीकों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, बजाय इसके कि वे ऐसे मामलों का राजनीतिकरण करें।
क्या कहते हैं परिवार के लोग?
सोमनाथ सूर्यवंशी के परिवार ने राहुल गांधी के साथ बातचीत के दौरान बताया कि उन्हें न्यायिक हिरासत में जिस तरह प्रताड़ित किया गया, उससे उनकी मौत हो गई। परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
राजनीतिक विवाद तेज
यह घटना न केवल दलित अत्याचार का एक और मामला बनकर सामने आई है, बल्कि इसे लेकर राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल इसे दलितों पर हो रहे अत्याचार और संविधान की अवहेलना का मामला बता रहे हैं। वहीं, बीजेपी इसे एक न्यायिक प्रक्रिया बताते हुए राहुल गांधी पर आरोप लगा रही है कि वह इसे “राजनीतिक फायदे” के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
न्यायिक जांच पर सवाल
मुख्यमंत्री द्वारा न्यायिक जांच का आदेश देने के बावजूद, विपक्ष ने इस पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि जब तक जांच निष्पक्ष और स्वतंत्र नहीं होगी, तब तक न्याय की उम्मीद नहीं की जा सकती।
परभणी हिंसा और सोमनाथ सूर्यवंशी की संदिग्ध मौत ने एक बार फिर दलित अत्याचार और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की बहस को हवा दे दी है। जहां कांग्रेस इसे आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा का परिणाम बता रही है, वहीं बीजेपी इसे राजनीतिकरण का प्रयास मान रही है। न्यायिक जांच इस मामले में सच्चाई सामने लाने में कितनी प्रभावी होगी, यह आने वाले समय में ही स्पष्ट होगा।